हिन्दू वोही , जो ब्राह्मण नहीं !
जिन जिन लोगो ने हिन्दुतान पर आक्रमण किया वो अपना धर्म लेकर आये जैसे ब्रिटिश ख्रिस्ती , मोंगल इस्लाम उसी प्रकार विदेशी ब्राह्मण वैदिक ब्राह्मण धर्म।
हिन्दुतान के लोगो का मूल धर्म रहा है हिन्दू धर्म। जो वैदिक ब्राह्मण धर्म , ख्रिस्ती धर्म , इस्लाम धर्म से अलग है। इस बात को ख्रिस्ती और मुस्लिम स्वीकार करते है की वे मूल भारतीय होने के नाते पहले हिंदुस्तानी और हिन्दू रहे है। पर ये बात विदेशी ब्राह्मण , विदेशी ब्रिटिश नहीं कह सकते है की वे मूल भारतीय है और उनके धर्म हिन्दू है। क्यों की हिन्दू धर्म और ब्राह्मण धर्म अलग अलग है।
परन्तु विदेशी ब्राह्मण जहा वैदिक ब्राह्मण धर्म का वर्णवाद, जातिवाद , भेदभाव , जनेऊ , होम हवन , रेपिस्ट ब्राह्मण वैदिक गोड्स मानते है वे चाहते है हिन्दू धर्मी नेटिव लोग विदेशी वैदिक ब्राह्मण धर्म को हिन्दू धर्म के नाम से अपना ले और उनके वैदिक अधरम को मान्यता दे। ये कदापि संभव नहीं है। नेटिव भगवन शिव , राम , कृष्ण से लेकर महावीर, बुद्धा , मध्य युग में नानक , रविदास , कबीर से लेकर आज के समय के साईबाबा , गाडगेबाबा , संत तुकाराम , नामदेव , तुकडोजी महाराज इन सभी महात्मा , धरमात्मवाने विदेशी वैदिक ब्राह्मण धर्म को हिन्दू धर्म माननेसे ना केवल इंकार किया उसे अधरम घोषित किया , जो धर्म वैदिक ब्राह्मण धर्म है वो अधर्म है , विकृति है उसे हिन्दू धर्म , हिन्दू धर्मी लोग कैसे स्वीकार कर सकते है ? ब्राह्मण हिन्दू नहीं है। हिन्दू वोही , जो ब्राह्मण नहीं !
नेटिविस्ट डी डी राउत ,
प्रचारक ,
सत्य हिन्दू धर्म सभा
No comments:
Post a Comment