अंतर आत्मा जगती नहीं !
मै हैरान , परेशान हूँ तेरी नादानी देखकर हिलता हूँ , डुलाता हूँ कभी चपत लगाताहूँ कभी कुछ सुंगाताहूं
पर अजीबो आलम है
नींद तुम्हारी टूटती नहीं
नादानी तेरी घटती नहीं
अज्ञान चादर हटती नहीं
अंतर आत्मा जगती नहीं !
#Jansenani Kalyan 23 Sept, 2018
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